लेखनी कहानी -02-Feb-2022
एक श्राप
भाग-10
नील और लव बात करते करते पेड़ों को पानी देते है काम लगभग पूरा हो चुका था। दोनों के जाने का समय आ गया था।
श्यामा कहता है बढ़िया है, चलो जाओ काम हो गया। कल बिल्कुल समय पर आना दोनों थोड़ा दूर निकल कर कार में जाकर कपड़े हुलिया ठीक करते है यार एक आखिरी लेक्चर तो अटेंड कर सकेंगे। चल फिर घर निकलते हैं। दोनों कॉलेज पहुँच जाते हैं। देखते है वहां दादाजी की कार है। दोनों थोड़ा डर जाते हैं। लव बोलता है यहाँ क्यूँ आए हैं ये लोग। छोड़ ना आए होंगे।दोनों जैसे ही क्लास में जाते हैं देखते है ।दादाजी तो अंदर लेक्चर दे रहे है। दोनों अंदर आने के लिए बोलते हैं। और दादाजी अंदर आने का इशारा कर देते हैं। और बोलते हैं टाइम पर आना चाहिए समय किसी के लिए नहीं रुकता आप 5 मिनट लेट हुए मतलब 5 मिनट का लेक्चर शायद उसमे कुछ खास ज्ञान खो चुके दोनों बोलते है सॉरी, आगे ध्यान रहेगा। तभी उनके दूसरे प्रोफेसर आ कर कहते हैं सर मेरा काम हो गया प्लीज अब आप आराम कीजिए, और थैंक्स आपकी मदद कर लिए। दादाजी मुस्कराकर कहते है आता रहूँगा बच्चों आपको पढ़ाने,बच्चे बोलते है जरूर सर। ये एक प्रभावी टीचर रह चुके थे तो सभी इन्हें चाहते थे,खासकर इनके विद्यार्थि ,क्यूंकि उन्होंने सभी बच्चों की उन्नती के लिए काफी काम किया। लव घर जाते समय कहता है यार नील ये अच्छा आदमी है अगर सीधा जाकर मदद भी मांगी तो करेगा। क्यूँ नौकर बने। नहीं लव नील बोलता है। इनके कुछ गहरे राज है उन्हें तो वैसे ही जानना होगा। ठीक है, नील बोलता है चल कार में बैठ छोड़ कर घर निकालूँगा। लव नील से बातें कर ते हुए पूछता है।जब तू भेड़िया बनता है तो सामने जो खड़ा है पहचान पता है। नील बोलता है कह नहीं सकता अभी तक कोई अपना सामने नहीं पड़ा ।अच्छा कुछ याद रहता है कहाँ गया किसे मारा। नहीं यार हाँ 4 बजे थोड़ा होश होता है, बस इतना गिरता पड़ता घर पहुँच जाता हूँ। वैसे समझ आता है परिवार वालो ने जंगल इसलिए खरीदा है ताकि हमारा शिकार ना हो। अच्छा सुन आज थोड़ा ध्यान लगाना और दादाजी के घर तक आ पाता है क्या देखना। कोशिश करूँगा। वैसे सच कहूँ कुछ याद नहीं रहता। देख नील दो बातें है या तो दादाजी ने जंगल को तुम्हारी जान बचाने के लिए खरीदा है या फिर वो इसके जरिए कोई रास्ता कोई नई खोज कर रहे होंगे।आखिर खुद तड़पा है तो कुछ जुगाड़ तो ढूंढे ही होंगे। हम ! देखते है यार थोड़ा और जानना होगा पूर्वजों के बारे में। लव यार आजकल रोज मुझे नाखुन काटने पड़ रहे हैं, सुबह उठो तो बढ़े हुए दिखाई देते है। लव हंसता है और बोलता है तेरे बाल भी बढ़ने चाहिए फिर तो, हँस मत यार पापा बोल रहे थे कुछ समय बाद दिन भी असर दिखा जाया आयेगा, अगर में गुस्सा हूँ या डर रहा हूं। लव बोलता है तो मुझे उन बाबा के पास ले चल जिसने घेराबंदी की है मेरी भी कर देगा, क्यूंकि सबसे ज्यादा तो में साथ रहता हूं। नील सोंच में डूबा हुआ लव को देखता है, हाँ यार उस बाबा के बारे में भी तो जाने जब वो घेराबंदी कर सकता है तो कुछ तो जनता होगा इससे छुटकारा पाने का इलाज।अबे हाँ आज घर जाकर पता कर उसका भी पता ले, कुछ तो उपाय जरूर होगा। देखा मेरे जोक्स में भी गहरी बात छिपी होती है। नील लव को छोड़कर घर निकल जाता है। शाम को सभी खाने के टेबल पर बैठे खाने की शुरुआत करते है। तभी धीरज पूछता है कोई तरक्की हुई अपने काम में? हम हो तो रही है काम दिया है बाग जो जंगल से जुड़ा है उसकी देखभाल का। मतलब नील के पापा को समझ नहीं आता, मतलब आधा जंगल हमारे ही दादा के पास है ओह तीनों हँसते है। ओर तो और घर भी जंगल के छोर पर है। क्यूं बनवाया होगा। क्या पता बेटा अब इस बारे में तो कुछ पता नहीं। हाँ पापा एक बात और यह कौन थे वो बाबा जिन्होंने घेराबंदी की थी। इनसे मिलवा सकते हो।मेरे प्यारे भतीजे वो अब चल बसा है। तो कोई तो होगा जो उसका काम सम्हालते होंगे। हाँ उसी के बेटे, तो यार एक बार मिलवा तो दो। ठीक है पर मुझे लगता नहीं वो कुछ जानते होंगे। चाचा आप पहले ही बुरा बोले देते हो। आई एम प्रेक्टिकल मेन!बेटे पर तू चल तेरे लिए लेकर चलूंगा। ये हुई ना बात तो कल हमने दादाजी के घर 10 बजे तक जाना है पहले उस बाबा के ले चलो। ठीक है,लेकिन टाइम से तैयार होना 2 घंटे लग सकते हैं। और लव को भी लेना, वो दिमाग में तुझ से ज्यादा अच्छा, जी बिलकुल चलो चलता हूं दूसरे घर, सब मायूसी भरी नजर से उसे देखते है। वो गेट बंद करके चला जाता है। सुबह मिलता हूँ 7 बजे।
आगे के लिए अगला भाग पढना जारी रखें।
धन्यवाद।
Seema Priyadarshini sahay
15-Feb-2022 04:50 PM
बहुत खूबसूरत
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